सीएम योगी की हिन्‍दू युवा वाहिनी में बड़ा फेरबदल,

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मिशन-2024 से पहले हिन्‍दू युवा वाहिनी में बड़े बदलाव के संकेत हैं। वाहिनी की प्रदेश कार्यकारिणी, संभाग-विभाग समेत सभी इकाइयों को तत्‍काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। इनका पुनर्गठन किया जाएगा।

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सीएम योगी आदित्‍यनाथ के दो दिवसीय गोरखपुर दौरे के बीच उनके संगठन हिन्‍दू युवा वाहिनी में बड़े फेरबदल की खबर सामने आई है। वाहिनी की प्रदेश कार्यकारिणी समेत संभाग, विभाग और सभी जिलों की इकाइयों को तत्‍काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है।

प्रदेश प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जल्‍द ही इकाइयों का पुनर्गठन किया जाएगा। उन्‍होंने बताया कि लम्‍बे समय से संगठन में इकाइयों का पुनर्गठन नहीं हुआ था। इसी उद्देश्‍य से इन्‍हें भंग किया गया है।

वैसे वाहिनी में इस फेरबदल के पीछे संगठन को नई उर्जा से लबरेज करने की योजना बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि मिशन-2024 से पहले पूर्वी से लेकर पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश तक हिन्‍दू युवा वाहिनी नए कार्यकर्ताओं की नई टीम बनाने की तैयारी में है।

हिन्‍दू युवा वाहिनी के संस्‍थापक सीएम योगी आदित्‍यनाथ हैं। इसका गठन 2002 में योगी आदित्‍यनाथ ने सांसद रहते किया था। 2022 के चुनाव में वाहिनी ने पूरी ताकत से भाजपा उम्‍मीदवारों के पक्ष में प्रचार अभियान चलाया था। बता दें कि वाहिनी ने योगी आदित्‍यनाथ के 2004, 2009 और 2014 के चुनाव प्रचार अभियान में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके साथ ही उत्‍तर प्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में जगह-जगह समाज के सभी वर्गों के साथ सहभोज के आयोजन कर वाहिनी ने सामाजिक समरसता और हिन्‍दुत्‍व का संदेश पहुंचाया था।

मार्च 2017 में उनके मुख्‍यमंत्री बनने के बाद पिछले पांच वर्षों में राजनीतिक गतिविधियों से हटकर वाहिनी ने सामाजिक कार्यों जैसे राशन कार्ड वितरण, कोविड-19 की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान, इंसेफेलाइटिस उन्‍मूलन पर फोकस किया। इसके साथ स्‍थानीय प्रशासन से तालमेल स्‍थापित कर विकास और कल्‍याणकारी योजनाओं के प्रसार में भूमिका निभाई।

पिछले चुनाव में भी वाहिनी काफी सक्रिय नज़र आई। गोरखपुर के अलावा अन्‍य के विधानसभा क्षेत्रों में भी भाजपा उम्‍मीदवारों की जीत सुनिश्‍चित करने के लिए हिन्‍दू युवा वाहिनी ने बड़े पैमाने पर प्रचार अभियान चलाया। अब 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वाहिनी की इकाइयों को भंग करने के पीछे नए सिरे से संगठन को तैयार करने की योजना बताई जा रही है।

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