यूरोप, अमेरिका और कनाडा समेत 11 देशों में मंकी पॉक्स संक्रमण के मामले सामने आए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडनम ने एक बयान में कहा कि बीमारी से संबंधित स्थिति की समीक्षा करते हुए डब्ल्यूएचओ बीमारी से प्रभावित देशों को मार्गदर्शन प्रदान कर रहा था।
टेड्रोस एडनम का कहना है कि प्रकोप को फैलने से रोकने के बजाय उसके कारण का पता लगाना अधिक महत्वपूर्ण है।
अभी तक मिली सूचनाओं के मुताबिक़ फ्रांस, बेल्जियम, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, स्पेन, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और कनाडा में मंकी पॉक्स के मामले सामने आए हैं।
मंकी पॉक्स के संक्रमण के लक्षणों में बुखार, शरीर में दर्द और दाने शामिल हैं। स्वास्थ्य रिपोर्टों के अनुसार मंकी पॉक्स आमतौर पर इनहेलेशन द्वारा फैलता है। ये अफ्रीका में पाई जाने वाली एक दुर्लभ और खतरनाक बीमारी है।
रोग के लक्षण और अवधि
इस रोग के लक्षणों में सर्दी-जुकाम और बगलों में सूजन शामिल है। इस रोग के रोगियों के चेहरे और शरीर पर चेचक जैसे खुजलीदार चकत्ते भी हो सकते हैं। मंकी पॉक्स के रोगियों को ठीक होने में 2 से 4 सप्ताह का समय लगता है।