अमेठी । 2014 में बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी भले ही चुनाव हार गईं थीं, लेकिन उन्होंने राहुल गांधी के जीत का अंतर करीब एक लाख वोट कर दिया था. जबकि इससे पहले यह जीत का अंतर तीन लाख से ज्यादा वोटों का होता था. अब पार्टी 2019 के लोकसभा चुनावों के तहत कांग्रेस के इस अभेद्य किले को ढहाने की तैयारी में है. अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी ने कांग्रेस के गढ़ अमेठी में शक्ति प्रदर्शन कर एक बात साफ कर दी है पार्टी किसी भी सूरत में इस हाई-प्रोफाइल सीट को कमतर नहीं आंक रही और 2019 में इसे जीतने के लिए कोई को कसर नहीं छोड़ेगी. सूबे की अन्य लोक सभा सीटों की तरह ही बीजेपी अमेठी को लेकर पूरी जोर आजमाइश में जुटी है. यही वजह है कि अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहली बार अमेठी पहुंचे और गांधी-नेहरु परिवार पर जमकर निशाना साधा. अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार के तीन साल का जवाब मांगने वाले और गुजरात विकास मॉडल का माखौल उड़ाने वाले राहुल गांधी से अमेठी की जनता तीन पीढ़ियों का हिसाब मांग रही है.