भारत में इस्राइली राजदूत नाओर गिलन ने ‘मेक इन इंडिया’ में दिलचस्पी ज़ाहिर की है। इस बारे में उन्होंने भारत के साथ सहयोग की संभावनाएं भी जताई हैं।
भारत में इस्राइली राजदूत ने भारत-इस्राइल में मुक्त व्यापार समझौते पर जारी वार्ता के दौरान ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम की सफलता की बात कही। साथ ही उन्होंने प्रौद्योगिकी साझा करने की इच्छा भी जताई। इसके साथ ही इस्राइली राजदूत ने बौद्धिक संपदा नियमों के उल्लंघन को लेकर चिंता भी ज़ाहिर की है।
कार्यक्रम में भारत में इस्राइली राजदूत नाओर गिलन ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ में हम सबकी दिलचस्पी है। साथ ही उन्होंने भारत के साथ सहयोग की संभावना का भी ज़िक्र किया।
इस कार्यक्रम का आयोजन इस्राइल के विदेश मंत्रालय की ओर से किया गया था। कार्यक्रम में भारत में इस्राइली राजदूत नाओर गिलन ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ में हम सबकी दिलचस्पी है। साथ ही उन्होंने भारत के साथ सहयोग की संभावना का भी ज़िक्र किया। गिलन का कहना है कि हम प्रौद्योगिकी साझा करने को तैयार है लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि आईपी संबंधी समस्या है। दरअसल भारत में इस्राइली कंपनियों की ओर से उन्हें आईपी समस्या से जुड़ी शिकायतें मिली हैं।
‘मेक इन इंडिया’ में अपनी दिलचस्पी ज़ाहिर करते हुए गिलन ने कहा कि इस्राइल और भारत की प्रौद्योगिकी का मेल, विनिर्माण क्षमता तथा मुस्लिम देशों सहित दुनियाभर में बिक्री करने की क्षमता और व्यापक राजनयिक संपर्कों के कारण यहाँ अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने युवा जैन उद्यमियों से साथ मिलकर नए रिश्ते शुरू करने की बात कही है। दोनों देशों के बीच अगले 30 वर्षों की योजना बनाने के बारे में चर्चा की।