लखनऊ। 2017 में लखनऊ विश्वविद्यालय, द्वितीय परिसर में अभियांत्रिकी एवं प्रोद्यौगिक संकाय की स्थापना हुई। यह तकनीकी शिक्षण, अकादमिक उत्कृष्टता एवं छात्र-प्लेसमेंट के नए आयाम स्थापित कर रहा है। लविवि के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस संकाय के छ: विभाग कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग और एप्लाइड साइंस वत्र्तमान में 1200 से अधिक छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाने में प्रयासरत है।
संकाय में एकेटीयू काउंसलिंग और डायरेक्ट प्रवेश से छात्रों का दाखिला होता है यहां बीटेक के साथ बीसीए और एमसीए में क्रमश: 120 और 30 सीटों की क्षमता को हर वर्ष सफ लतापूर्वक मेधावी प्रत्याशियों द्वारा भरा जाता है। इंजीनियरिंग फैकल्टी लखनऊ के सर्वश्रेष्ठ तकनीकी और प्रौद्यौगिक शिक्षणकेंद्र के रूप में उभर रहा है। टाइम्स हायर एजुकेशन की रैंकिंग के अनुसार इस संकाय को विश्वपटल पर टॉप 800-1000 के कोष्ठक में जगह मिली है, इस सत्र से आर्टिफ ीसियल इंटेलिजेंस की विधा में भी बीटेक के कोर्स को आरम्भ कर इंजीनियरिंग संकाय नवीनतम शैली को प्रोत्साहित कर रहा है। संकाय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के प्रयासों से गत वर्ष 82 प्रतिशत चयन के साथ लखनऊ विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संकाय ने बड़ी निजी संस्थाओं को भी प्लेसमेंट ड्राइव में पीछे छोड़ दिया है, 230 प्लस छात्रों की नियुक्ति डेलॉयट, विप्रो, एचसीएलएटाटा कंसलटेंसी सर्विसेज लिमिटेड और अक्सेंचर जैसी कंपनियों में हुई। साथ ही 38 छात्रों ने गेट एवं अन्य सरकारी परीक्षाएं उत्तीर्ण कर विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाया, साथ ही ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल छात्रों को अंतरराष्ट्रीय और राष्टïीय कंपनीयों में चयनित होने के किये प्रशिक्षित करता हैं ।