नई दिल्ली। एक फिल्मी डायलॉग है, ‘अगर पूरी शिद्दत से किसी चीज को चाहो तो सारी कायनात आपको उससे मिलाने में जुट जाती है।’ कहने का मतलब- यदि आप अपने मन में कुछ करने की ठान ले, तो कुछ भी असंभव नहीं है। जी हां, कुछ ऐसा ही कर दिखाया है एक चाय बेचने वाले ने। आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बता रहे हैं जिसका एक ही मकसद है और वो है घूमना लेकिन पैसों की कमी कभी उसका रास्ता नहीं रोक पाई। जी हां, यह कहानी है एक चायवाले की जो अपनी पत्नी के साथ अब तक 17 देशों की यात्रा कर चुका है।
केरल के एर्नाकुलम में 65 साल के विजयन पिछले 40 सालों से चाय बेच रहे हैं। वो इतने पैसे जमा कर लेते हैं कि बैंक उन्हें लोन दे सके। इसके बाद इन पैसों से वो हर बार एक नया देश घूमकर आते हैं। फिर वापस आकर अगले दो-तीन सालों में वो बैंक का पैसा वापस कर देते हैं।