हाल ही में ड्रोन फेस्टिवल का उद्घाटन करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने ड्रोन को कृषि क्षेत्र में एक ‘गेम-चेंजर’ करार दिया। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए ड्रोन की आवश्यकता की ओर इशारा किया।
केंद्र सरकार ड्रोन की उपयोगिता को बढ़ाने पर जोर दे रही है। यही वजह है कि पिछले कुछ वर्षों से सरकार ने अपनी ड्रोन नीति को उदार बनाया है। इसके शानदार भविष्य को देखते हुए ड्रोन निर्माण करने वाली कंपनियों में भी बहुत सारी गतिविधियां हो रही हैं। वहीं, शेयर बाजार में भी कुछ कंपनियां हैं, जिनको लेकर एक्सपर्ट आश्वस्त नजर आ रहे हैं।
कौन सी हैं कंपनियां: शेयर बाजार के जानकारों ने 5 ड्रोन बनाने वाले स्टॉक को सूचीबद्ध किए हैं। एक्सपर्ट को जो 5 स्टॉक पसंद आए हैं वो- जेन टेक्नोलॉजी, पारस डिफेंस, बीईएल, डीसीएम श्रीराम और रतनइंडिया एंटरप्राइजेज हैं। प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अविनाश गोरक्षकर ने कहा कि किसी के पोर्टफोलियो में ड्रोन स्टॉक होने के महत्व को समझा जा सकता है क्योंकि अडानी एंटरप्राइजेज इस व्यवसाय में प्रवेश करने जा रहा है। दरअसल, अडानी एंटरप्राइजेज ने जनरल एरोनॉटिक्स प्राइवेट लिमिटेड में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एक समझौता किया है।
अविनाश गोरक्षकर के मुताबिक भारत में ड्रोन बाजार एक छलांग के लिए तैयार है और भारतीय बाजारों में सूचीबद्ध प्रमुख ड्रोन कंपनियों को इसका लाभ मिलने की उम्मीद है।
इसी तरह, जीसीएल सिक्योरिटीज के वाइस चेयरमैन रवि सिंघल ने कहा, “नई ड्रोन नीति के बाद, भारतीय ड्रोन बाजार में बहुत सारे विलय और अधिग्रहण हो रहे हैं। रतनइंडिया एंटरप्राइजेज ने थ्रॉटल एयरोस्पेस सिस्टम्स में 60 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है, जो भारत की अग्रणी ड्रोन निर्माण कंपनी है।”
पीएम मोदी ने क्या कहा: हाल ही में ड्रोन फेस्टिवल का उद्घाटन करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने ड्रोन को कृषि क्षेत्र में एक ‘गेम-चेंजर’ करार दिया। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए ड्रोन की आवश्यकता की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान, ड्रोन ने देश के दूर-दराज के कोनों में टीके पहुंचाने में मदद की। घरेलू और विदेशी बाजार से निवेशकों को आमंत्रित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि भारत में ड्रोन निर्माण पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए पीएलआई योजना जल्द ही पेश की जाएगी।
ड्रोन का इस्तेमाल: आपको बता दें कि पिछले कुछ साल में ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ा है। अब ड्रोन का इस्तेमाल सिर्फ डिफेंस ही नहीं बल्कि एग्री, एविएशन, हेल्थ सर्विस, टूरिज्म समेत अन्य क्षेत्रों में भी हो रहा है।