उत्तर कोरिया ने फिर से बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। यह मिसाइल जापान के ऊपर से गुजरी और प्रशांत महासागर में जा गिरी। हालांकि इस मिसाइल से किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है। दक्षिण कोरिया और जापान ने इसकी जानकारी दी है। जापान ने उत्तर कोरिया की इस हरकत को उकसाने की साजिश करार दिया है। जापान ने कहा है कि अब नार्थ कोरिया को सबक सिखाने का वक्त अा गया है ।
चीन ने चेताया था कि उत्तर कोरिया पर यदि कोई प्रतिबंध लगाया जाता है, तो वो और भड़क सकता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से नए प्रतिबंध लगाने के बाद उत्तर कोरिया का यह मिसाइल परीक्षण सामने आया है। उत्तर कोरिया की ओर से एक महीने के अंदर दूसरी बार जापान के ऊपर से मिसाइल गुजारी है। इस मिसाइल की वजह से क्षेत्र में तनाव काफी बढ़ गया है।
दक्षिण कोरिया की सेना के अनुसार उत्तर कोरिया द्वारा दागी गई मिसाइल लगभग 770 किमी (480 मील) की ऊंचाई पर पहुंच गई और करीब 3,700 किमी (2,300 मील) की दूरी तय की। इस मिसाइल ने लगभग 19 मिनट तक उड़ान भरी। इस दौरान यह जापान के होकाइडो के ऊपर से गुजरी और फिर प्रशांत महासागर में जाकर गिरी। सेना के अनुमान के मुताबिक, उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल 6 बजकर 57 मिनट पर दागी थी।
मिसाइल के बारे में चेतावनी देने की घोषणाएं उत्तरी जापान के कामिशि शहर में 7 बजे (2200 जीएमटी गुरुवार) के आसपास घोषित हुईं। जापान ने कहा कि यह मिसाइल जापान के होकाइडो के ऊपर से सुबह 07:04 बजे से 07:06 बजे के बीच गुजरी। हालांकि इससे उसके नागरिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा कि उत्तर कोरिया की ऐसी किसी भी उकसावे की कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की आपातकालीन बैठक बुलाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अगर उत्तर कोरिया लगातार ऐसी हरकत करता रहा, तो उसका भविष्य खतरे में है।