हरियाणा पुलिस को जानकारी मिली है कि राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बद हिंसा फैलाने और भीड़ जुटाने के लिए डेरा की तरफ से पांच करोड़ रुपये दिए गए थे. पिछले महीने सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम को बलात्कार का दोषी पाते हुए उसे 20 साल की सजा सुनाई थी.
राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के तुरंत बाद समर्थकों ने हरियाणा के पंचकूला और पांच राज्यों में जमकर उत्पात मचाया था. इस हिंसा में 40 के करीब लोगों की मौत हो गई थी.
हरियाणा पुलिस को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली है कि डेरा की तरफ से चमकौर सिंह और डॉक्टर नैन को 5 करोड़ दिए गए हैं. फिलहाल दोनों फरार चल रहे हैं. पुलिस को जानकारी मिली थी कि पंचकूला हिंसा के लिए डेरा की तरफ से पंजाब में भी करोड़ों रुपये दिए गए थे.
पंचकूला में 23 अगस्त से ही हजारों की संख्या में डेरे के अनुयायी और समर्थक जुटने लगे थे. उनके रहने, खाने पीने और उनके आने-जाने के किराए के लिए डेरे की तरफ से पैसे दिए गए थे. सूत्रों के मुताबिक इसी तर्ज पर पंजाब में भी करोड़ों रुपये भेजे गए थे. ये रकम डेरा सच्चा सौदा सिरसा मुख्यालय की तरफ से भेजी गई थी.
20 साल की सजा
सीबीआई ने राम रहीम को सजा सुनाने के लिए 28 अगस्त की तारीख तय की. हिंसा की घटनाओं को देखते हुए राम रहीम को हवाई मार्ग से रोहतक के सुनरिया जेल ले जाया गया. 28 अगस्त को जज जगजीवन सिंह हवाई मार्ग से रोहतक पहुंचे. यहां जेल की लाइब्रेरी को टेम्पररी कोर्टरूम बनाया गया और जज ने दो अलग-अलग मामलों में राम रहीम को 10-10 साल की सजा दी. उन्होंने आदेश दिया कि दोनों सजाएं एक के बाद एक चलेंगी.
क्या है मामला
साल 2002 के साध्वी यौन शोषण मामले में 25 अगस्त को पंचकूला की सीबीआई अदालत ने राम रहीम को दोषी करार दिया था. फैसले से दो दिन पहले से राम रहीम के समर्थक पंचकूला में जुटने शुरू हो गए थे. फैसले वाले दिन पंचकूला में 50 हजार से ज्यादा समर्थक मौजूद थे. वे शहर के पार्कों-सड़कों में रुके थे. खास बात यह है कि समर्थकों की इतनी बड़ी भीड़ के लिए खाने पीने की पूरी व्यवस्था की गई थी.
कोर्ट का फैसला आते ही पंचकूला में हिंसा फैल गई, पंजाब, यूपी, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के अलग-अलग शहरों में राम रहीम के समर्थकों ने आगजनी की थी. हिंसा की घटनाओं में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.