यूरोप में और बढ़ी सूरज की तपिश। स्पेन और पुर्तगाल में बढ़ती गर्मी से बेहाल होकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 सौ हो गई है। ब्रिटेन में इतिहास के सबसे गर्म दिन के मौके पर गर्मी से बचने के लिए नदियों और झीलों में नहाते समय 4 लोगों की डूबने से मौत हो गई।
विदेशी मीडिया के मुताबिक एक हफ्ते से जारी भीषण गर्मी के कारण फ्रांस, स्पेन और पुर्तगाल में हजारों लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।
ब्रिटेन में रिकॉर्ड हीटवेव में 13 लोगों की मौत हो गई है, क्योंकि सोमवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया था।भीषण गर्मी के कारण दर्जनों जगहों पर आग लग गई। 30 डिग्री सेल्सियस तक चलने वाली ट्रेनें भी जवाब दे चुकी हैं।
तापमान बढ़ने से संचार व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। मौसम में सुधार होने की संभावना है और आज से बारिश की संभावना जताई जा रही है।वहीं दूसरी ओर लू की आशंका को देखते हुए पूरे देश में आपातकाल लागू करने की घोषणा कर दी गई। अकेले लंदन में झीलों और नदियों में नहाते समय 4 लोगों की डूबने से मौत हो गई।
इस बीच, कुछ यूरोपीय देशों में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। विशेष रूप से फ्रांस, पुर्तगाल और स्पेन के अधिकांश क्षेत्र भीषण गर्मी की चपेट में हैं जिससे यहाँ के जंगलों में आग लग रही है। पश्चिमी फ्रांस के शहर नैनटेस में 73 साल पुराना गर्मी का रिकॉर्ड टूट गया, जहां तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पुर्तगाल में 75 हजार एकड़ और फ्रांस में 22 हजार एकड़ जंगल आग की चपेट में हैं। हजारों नागरिक प्रभावित क्षेत्रों से पलायन कर रहे हैं। यूरोपीय देशों में नागरिकों को निर्देश दिया गया है कि वे बेवजह अपने घरों से बाहर न निकलें और ठंडी जगहों पर रहें।
विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण ठंडे देशों को अक्सर भविष्य में अत्यधिक गर्म मौसम का सामना करना पड़ेगा, जबकि असामान्य बारिश और बाढ़ का खतरा भी मंडरा रहा है।