अपने फ्रांस दौरे में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस और यूक्रेन पर हालात पर चर्चा की। प्रधानमंत्री की इस यात्रा में केवल फ्रांस ने रूस की निंदा की जबकि भारत ने इससे परहेज किया। इसके साथ ही भारत और फ्रांस ने यूक्रेन में जारी हिंसा और आक्रामक गतिविधियों को फौरन रोकने की संयुक्त अपील भी की है।
अपनी फ्रांस यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां के पुनः निर्वाचित राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों से मुलाकात की। इस मुलाक़ात के दौरान एक बयान में इन दोनों नेताओं ने कहा- “यूक्रेन में जारी युद्ध और मानवीय संकट पर फ्रांस और भारत बेहद चिंतित हैं।’
दोनों देशों ने यूक्रेन में आम नागरिक मारे जाने की निंदा की है और साथ ही अपील की है कि फौरन युद्ध रोककर दोनों देश कूटनीति और बातचीत का रूख करें जिससे आम जनता को राहत पहुंचे जा सके।
अपनी पेरिस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने माक्रों को एक बार फिर भारत यात्रा का न्योता दिया जिससे दोनों देशों के मध्य ऊर्जा और रक्षा तकनीक जैसे क्षेत्रों में परस्पर सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके। परमाणु समझौते पर दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि भारत और फ्रांस के रिश्ते आपसी विश्वास पर आधारित हैं। भारत द्वारा फ्रांस से दर्जनों राफाएल विमान खरीदे जाने के बाद अब दोनों देश परमाणु ऊर्जा के नागरिक इस्तेमाल पर भी सहयोग कर रहे हैं।