डोकलाम गतिरोध खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मंगलवार को यहां पहली विधिवत द्विपक्षीय मुलाकात हुई. मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने भी चिनफिंग को शुक्रिया कहा. उन्होंने कहा कि ब्रिक्स को प्रासंगिक बनाने में यह शिखर सम्मेलन बेहद सफल हुआ है. वहीं, चिनफिंग ने कहा कि चीन भारत के साथ मिलकर पंचशील के सिद्धांत के तहत काम करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि चीन और भारत प्रमुख पड़ोसी हैं, दोनों विकासशील और उभरते देश हैं.
उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी दी थी कि पीएम मोदी जिनपिंग से दिन में 12:30 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 10 बजे) मिलेंगे. म्यांमार के दौरे पर निकलने से पहले पीएम मोदी का यह आखिरी आधिकारिक कार्यक्रम था.
पीएम मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रविवार को यहां पहुंचे थे. बीते 28 अगस्त को भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि नयी दिल्ली और बीजिंग ने डोकलाम इलाके से दोनों देशों ने अपने सैनिकों को हटाने का फैसला किया.
सोमवार को यह पूछे जाने पर ब्रिक्स घोषणापत्र और डोकलाम गतिरोध के समाधान में कोई संबंध है तो विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) प्रीति सरन ने कहा है कि इसे आपस में नहीं जोड़ा जा सकता. इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने यहां संवाददाताओं से कहा कि बैठक का विवरण उचित समय पर जारी किया जायेगा.