महंगाई और भू-राजनीतिक संकट से जूझ रही वैश्विक अर्थव्यवस्था का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखा है। इस साल शेयर बाजार करीब 10 फीसदी लुढ़क चुका है। हालांकि, GKP Printing & Packing में तेजी रही है।
महंगाई और भू-राजनीतिक संकट से जूझ रही वैश्विक अर्थव्यवस्था का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिखा है। इस साल शेयर बाजार करीब 10 फीसदी लुढ़क चुका है। हालांकि, मिड-कैप और स्मॉल-कैप श्रेणी में कुछ चुनिंदा स्टॉक हैं, जिसने तगड़ा रिटर्न दिया है। ऐसा ही एक स्टॉक GKP Printing & Packing है। पिछले एक साल में, यह स्मॉल-कैप स्टॉक 25 रुपये से बढ़कर 184 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर आ चुका है। इस अवधि में कंपनी ने अपने निवेशकों को लगभग 635 प्रतिशत रिटर्न दिया है।
पिछले एक महीने में, यह स्मॉल-कैप मल्टीबैगर स्टॉक 147 रुपये से 184 रुपये के स्तर तक बढ़ गया है, इस अवधि में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इस साल की बात करें तो GKP Printing & Packing स्टॉक 144.50 रुपये से 184 रुपये के स्तर तक आ चुका है, जो लगभग 27 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
पिछले 6 महीनों में, कंपनी के शेयर की कीमत 122.80 से बढ़कर 184 रुपये के स्तर पर पहुंच गई है, जो 50 प्रतिशत रिटर्न को दिखाता है। पिछले एक साल में, यह मल्टीबैगर स्टॉक 635 प्रतिशत चढ़ा है, जबकि पिछले 3 वर्षों में 850 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है।
रकम के हिसाब से समझें: ्GKP Printing & Packing में किसी निवेशक ने एक महीने पहले 1 लाख का निवेश किया होता, तो आज रकम 1.25 लाख हो गई होगी। अगर किसी निवेशक ने नए साल 2022 की शुरुआत में इस मल्टीबैगर स्टॉक में निवेश किया होता, तो उसकी रकम 1.27 लाख रुपये हो गई है। किसी निवेशक ने छह महीने पहले इस शेयर में 1 लाख का निवेश किया होता, तो उसकी रकम 1.50 लाख रुपये हो गई है।
इसी तरह, अगर एक निवेशक ने एक साल पहले इस शेयर में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता, तो उसकी रकम 7.35 लाख हो गई होगी। इसी तरह, अगर किसी निवेशक ने 3 साल पहले इस मल्टीबैगर स्टॉक में 1 लाख का निवेश किया होता, तो उसकी रकम 9.50 लाख रुपये हो गई है।
वर्तमान में, इस मल्टीबैगर स्टॉक का मार्केट कैप ₹270 करोड़ है। इसका 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर 193.95 रुपये है जबकि इसका 52 सप्ताह का निचला स्तर 22.75 रुपये है।