मैरीकॉम ने रचा इतिहास, 8वां विश्व चैम्पियनशिप मेडल किया पक्का

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उलान उदे (रूस) | भारत की एमसी मेरीकॉम ने गुरुवार को विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के 51 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. 36 साल की मेरीकॉम ने क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया की इंग्रीट वालेंसिया को 5-0 से मात दी. उन्होंने भारत के लिए एक पदक पक्का कर लिया है. इंग्रीट पैन अमेरिका विजेता हैं और रियो ओलंपिक-2016 में कांस्य पदक जीत चुकी हैं.

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महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में मेरीकॉम का यह 8वां पदक होगा, अब देखना है कि वह किस पदक पर कब्जा करती हैं. मेरीकॉम के नाम पहले से ही विश्व चैम्पियनशिप में सर्वाधिक मेडल (6 गोल्ड+ एक सिल्वर) जीतने का रिकॉर्ड है. अब उनका रिकॉर्ड और पुख्ता हो गया है. आयरलैंड की केटी टेलर (5 गोल्ड+ 1 ब्रॉन्ज) पहले ही पिछड़ चुकी हैं.
48 किलोग्राम भारवर्ग में छह बार विश्व चैम्पियन रह चुकीं मेरीकॉम का यह 51 किलोग्राम भार वर्ग में विश्व चैम्पियनशिप में पहला पदक होगा. वह हालांकि इस भारवर्ग में 2014-एशियाई खेलों में स्वर्ण और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक भी जीत चुकी हैं. साथ ही इसी भार वर्ग में मेरीकॉम ने लंदन ओलंपिक-2012 में कांस्य जीता था.अब शनिवार को सेमीफाइनल में तीसरी वरीय मेरीकॉम का सामना दूसरी वरीय तुर्की की बुसेनाज काकिरोग्लू से होगा, जो यूरोपियन चैम्पियनशिप और यूरोपियन गेम्स की मौजदा गोल्ड मेडलिस्ट हैं. क्वार्टर फाइनल जीतने के बाद मेरीकॉम ने कहा,’ मैं पदक पक्का कर बहुत खुश हूं, लेकिन फाइनल में पहुंचकर इसे बेहतर बनाना चाहूंगी. यह मेरे लिए एक अच्छा मुकाबला था और अब सेमीफाइनल में इस प्रदर्शन में सुधार करने की कोशिश करूंगी.’

मेरीकॉम ने शुरुआत अच्छी की और दूरी बनाए रखते हुए दाएं जैब का इस्तेमाल किया. साथ ही वह दाएं हाथ से हुक भी लगा रही थीं. हल्के से बदले हुए स्टांस के साथ खेल रही मेरीकॉम बीच-बीच में चकमा दे बाएं जैब से सटीक पंच लगाने में भी सफल रहीं. अंत में दोनों खिलाड़ी आक्रामक हो गईं.

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