सर्बिया अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह रूसी गैस पर निर्भर है। उसकी प्रमुख ऊर्जा कंपनियों का स्वामित्व भी रूस के पास है। सर्बिया ने यूएस की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों को दरकिनार कर दिया।
यूरोपीय संघ और अमेरिका द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को दरकिनार कर सर्बिया ने रविवार को रूस के साथ एक बड़ा गैस समझौता किया। उसके इस फैसले को एक बड़ा कदम और रूस के हित में लिया गया फैसला बताया जा रहा है। सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वूसिक ने पहले भी यूक्रेन पर हमले की निंदा करने से इनकार किया और यूरोपीय देशों द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को मानने से इनकार कर दिया था।
सर्बिया अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी तरह रूसी गैस पर निर्भर है। उसकी प्रमुख ऊर्जा कंपनियों का स्वामित्व भी रूस के पास है। वूसिक को रूस का समर्थक माना जाता है। उन्होंने हाल ही में कहा था कि यूरोपीय संघ उन्हें अपने संगठन में शामिल करना चाहता है, लेकिन हाल के वर्षों में सर्बिया के रिश्ते रूस के साथ और मजबूत हुए हैं और हम लंबे समय से सहयोगी हैं।
तीन साल का हुआ समझौता
वूसिक ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि हम इस समझौते में उन मूल तत्वों पर सहमत हुए हैं ,जो सर्बिया के लिए मददगार हैं। ये समझौता तीन साल का हुआ है। उन्हेांने कहा कि पुतिन से फोन पर हुई वार्ता में उन्होंने अपील की है कि क्षेत्र में जल्द से जल्द शांति स्थापित की जाए। जून की शुरुआत में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की बेलग्रेड की यात्रा के दौरान सौदे पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है