योगी आदित्यनाथ को लखनऊ के लोक भवन में हुई बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। शपथ ग्रहण समारोह आज इकाना स्टेडियम में होगा। इसमें पीएम मोदी, कई केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री और भाजपा शासित राज्यों के उपमुख्यमंत्री और विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा झारखंड के पूर्व सीएम रघुबर दास बैठक में शामिल हुए। लोक भवन में हुई बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना ने आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका भाजपा के पांच विधायकों, सूर्य प्रताप शाही, बेबी रानी मौर्य, राम नरेश अग्निहोत्री, सुशील शाक्य और नंद गोपाल नंदी ने समर्थन किया। गठबंधन सहयोगी निषाद पार्टी के संजय निषाद और अपना दल (एस) के आशीष पटेल ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया।
इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने पार्टी और गठबंधन के नेताओं के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की और औपचारिक रूप से सरकार बनाने का दावा पेश किया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ उपमुख्यमंत्रियों के नाम पर अभी सामने नहीं आये हैं मगर कयास लगाया जा रहा है कि पिछली कैबिनेट के कई मंत्रियों को बरकरार रखा जाएगा। ब्रजेश पाठक, श्रीकांत शर्मा, महेंद्र सिंह, सिद्धार्थ नाथ सिंह, नंद गोपाल नंदी और संदीप सिंह को एक बार फिर से मौका मिलने की उम्मीद है। शपथ लेने वाले 48 मंत्रियों में कैबिनेट में नए चेहरों में बेबी रानी मौर्य, असीम अरुण और राजेश्वर सिंह के शामिल हो सकते हैं।
योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि नई सरकार वादों को पूरा करने के लिए एक टीम के रूप में काम करेगी। योगी आदित्यनाथ ने डिप्टी सीएम के नामों की भी कोई घोषणा नहीं की है।