सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने आज इस संसार को अलविदा कह दिया। ‘भारत रत्न’ सहित बेशुमार सम्मानों और हर किसी के दिलों पर अपनी आवाज़ से राज करने वाली लता मंगेशकर ने 92 वर्ष का जीवन जिया। पिछले एक महीने से अपने असंख्य प्रशंसकों द्वारा उनके स्वस्थ होने की कामना की जा रही थी।
लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके लिए यही कहा जा सकता है कि अपनी मखमली आवाज़ से वह हमेशा हमारे आस पास रहेंगी। ये सुबह उनके गानों से गुलज़ार होगी और रात इसी आवाज़ से ढलेगी। और ये सिलसिला यूँ ही सदा चलता रहेगा।
मुंबई के शिवाजी पार्क में लोग लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को देख सकेंगे। 92 वर्षीय लता मंगेशकर का पिछले एक महीने से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में इलाज चल रहा था। इस बीच उन्हें कोरोना भी हो गया था।
पिछले दिन लता मंगेशकर की हालत नाजुक होने पर उन्हें वैनिटीलेटर में शिफ्ट कर दिया गया था। लता मंगेशकर को जनवरी में कोरोना वायरस और निमोनिया होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी हालत में सुधार हुआ और 26 जनवरी को उन्हें वेंटिलेटर से हटा लिया गया था। जबकि कल हालत नाज़ुक होने पर रत डाक्टरों द्वारा जारी बुलेटिन में उनकी नाज़ुक हालत की खबर दी गई थी। ब्रीच कैंडी अस्पताल में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रीत समदानी कई सालों से लता मंगेशकर की देखभाल कर रहे थे।
आशा भोसले कल लता से मिलीं
गायिका आशा भोसले ने कल शनिवार शाम अस्पताल के आईसीयू वार्ड में अपनी बड़ी बहन लता मंगेशकर से मिलने पहुंची थीं। अस्पताल में कार से उतरते समय उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि डॉक्टरों के मुताबिक मेरी बहन की हालत अब बेहतर है।
लता ने कब गाना शुरू किया?
गायिका लता मंगेशकर का जन्म 1929 में हुआ था। उन्होंने 13 साल की उम्र में गाना शुरू किया था। महान गायिका ने अपना पहला गाना 1942 में रिकॉर्ड किया था।
लता मंगेशकर ने दशकों तक आवाज का जादू बिखेरा, उन्होंने अपने गायन करियर में हजारों यादगार गाने गाए।