भाजपा की युवा मोर्चा ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या में संघ परिवार का नाम जोड़े जाने पर इतिहासकार रामचंद्र गुहा को कानूनी नोटिस भेजा है। मोर्चा ने गुहा को इस मामले में बिना शर्त माफी नहीं मांगने पर सिविल या आपराधिक मुकदमे की धमकी दी है।
यह नोटिस हरनहल्ली लॉ पार्टनर ने राज्य भाजपा युवा मोर्चा के सचिव करुणाकर खासले की तरफ से जारी किया है। नोटिस में कहा गया कि गुहा ने यह बयान संघ और भाजपा को बदनाम करने के लिए दिया।
नोटिस के अनुसार गुहा ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि दाभोलकर, पनसारे और कलबुर्गी की तरह पत्रकार गौरी लंकेश के हत्यारे भी संघ से जुड़े हो सकते हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि गुहा ने इसी प्रकार का बयान एक लेख में भी प्रयोग किया। नोटिस के अनुसार गुहा का यह बयान वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की दुर्भाग्यपूर्ण हत्या के संदर्भ में आया था। नोटिस में यह भी कहा गया कि आपने आरोप लगाया कि इस मामले में हत्यारे हमारे मूल संगठन से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने लिखा, ‘आज भारत में स्वतंत्र लेखकों और पत्रकारों का उत्पीड़न किया जा रहा है। सताया जा रहा है यहां तक की उनकी हत्या की जा रही है।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था एक किताब या लेख का जवाब अन्य लेख या किताब से दिया जा सकता है। लेकिन हम अब वाजपेयी के भारत में नहीं रह रहे हैं।’