साध्वियों से रेप मामले में 20 साल की सजा पाने वाले राम रहीम को लेकर रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं. अब पता चला है कि मायानगरी में पैर जमाने के लिए राम रहीम ने मुंबई के पॉश इलाके बांद्रा में घर ले रखा था. वह हरियाणा नंबर की जिस कार से मुंबई में घूमता था उसका भी पता चला है. हालांकि कुछ रिपोर्ट्स से पता चला है कि मुंबई फिल्म इंडस्ट्री राम रहीम को दूर की कौड़ी नजर आ रही थी इस वजह से वह कोलकाता की ओर रुख करने वाला था. इंडिया टुडे के सूत्रों के मुताबिक दो महीने बाद बाबा नेताजी पर फिल्म बनाने की तैयारी में था.
सुभाषचंद्र बोस की फिल्म के जरिए राम रहीम बंगाली सिनेमा इंडस्ट्री में पैर जमाना चाहता था. इससे पहले उसने ‘एमएसजी’ के जरिए बॉलीवुड फिल्मों में एंट्री मारी थी.
जानकारी के मुताबिक, नवंबर से वह नेताजी सुभाषचंद्र बोस पर काम शुरू करने वाला था. पहले की फिल्मों की तरह इसके लिए भी वह खुद ही अभिनय, लेखन और निर्देशन करता. साल के अंत तक उसकी योजना फिल्म को परदे पर ले जाने की थी. हालांकि, अब कोर्ट के फैसले के बाद उसका ये प्रोजेक्ट धरा रह गया.
वह इस फिल्म में खुद को नेताजी के किरदार में प्रस्तुत करने वाला था. इसके लिए उसकी नवंबर में कोलकाता जाकर काम शुरू करने की योजना थी. इसी दौरान उसके एजेंडा में नेताजी के परिजनों से मुलाक़ात के साथ ही नेताजी की लाइफस्टाइल, संघर्ष और व्यक्तित्व को भी समझना था.
फिल्म के लिए राम रहीम की मदद करने वाले एक नजदीकी सूत्र ने बताया, राम रहीम नेताजी से बहुत प्रभावित था. फिल्म के जरिए वह नेताजी से जुड़े प्रसंग और मिस्ट्री को अपने तरीके से लोगों के सामने लाना चाहता था. वह फिल्म के लिए टॉलीवुड के लोगों से अंतिम दौर की बातचीत कर रहा था. इसमें फिल्म की स्टारकास्ट भी शामिल थी.