नई दिल्ली, देश में तेजी से संक्रमण बढ़ने के बीच विशेषज्ञों ने अगले हफ्ते तक दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में कोरोना के मामलों के चरम (पीक) पर पहुंचने की आशंका जताई है। देश में इस समय पिछले साल मई के बाद फिर से काफी तेजी से संक्रमण फैल रहा है। देश में गुरुवार को 2.47 लाख से अधिक मामले सामने आए। एक महीने पहले प्रतिदिन जितने मामले आ रहे थे उससे यह संख्या दस गुने से भी अधिक है। ओमिक्रोन वैरिएंट बहुत तेजी से डेल्टा की जगह लेता जा रहा है। देश में अब तक 3.62 करोड़ संक्रमित हो चुके हैं। संक्रमण के मामलों में भारत फिलहाल अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है।दिल्ली के अशोक विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान और भौतिकी के प्रोफेसर गौतम मेनन ने कहा कि हमारी माडलिंग और दूसरों की माडलिंग से पता चलता है कि भारत के बड़े भारतीय शहरों को 20 जनवरी के आसपास कोरोना मामलों को अपने चरम पर पहुंचना चाहिए। जबकि पूरे भारत में फरवरी के पहले हफ्ते की शुरुआत में मामलों की चरम स्थिति देखने को मिल सकती है।
मुंबई में पिछले शुक्रवार को संक्रमण के सबसे ज्यादा 20,971 मामले दर्ज किए गए लेकिन तब से मामले कम आ रहे हैं। शहर के अधिकारियों ने कहा संक्रमण दर कम हो रही है। कोविड अस्पतालों में लगभग 80 प्रतिशत बेड खाली हैं।
उधर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार शाम यानी पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना के 28,867 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 22,121 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। 31 लोगों की कोरोना के चलते मौत हुई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने मीडिया से बातचीत में उम्मीद जताई है कि अगले कुछ दिनों में यहां बीमारी का प्रकोप कम होना शुरू हो सकता है।
कोरोना की स्थिति पर पीएम मोदी ने की मुख्यमंत्रियों संग समीक्षा बैठक
देश में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच पीएम मोदी ने गुरूवार को मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पिछले वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन तेजी से फैल रहा है, ये अधिक ट्रांसमिसिबल है। हमारे स्वास्थ्य विशेषज्ञ स्थिति का आकलन कर रहे हैं। स्पष्ट है कि हमें सतर्क रहना है।