दरअसल, लोकसभा सचिवालय ने ‘असंसदीय शब्द 2021’ शीर्षक के तहत ऐसे शब्दों और वाक्यों का नया संकलन तैयार किया है जिसमें जुमलाजीवी, बाल बुद्धि सांसद, शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप जैसे शब्द शामिल हैं।
संसद में बोले जाने वाले कुछ शब्दों को असंसदीय शब्दों की श्रेणी में रखे जाने को लेकर विपक्ष केंद्र पर हमलावर है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट करके कहा, “विषगुरु की नई सलाह- D(h)arna mana hai!” एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “मोदी सरकार की सच्चाई दिखाने के लिए विपक्ष की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले सभी शब्द अब असंसदीय माने जाएंगे। अब आगे क्या विषगुरु?”
दरअसल, लोकसभा सचिवालय ने ‘असंसदीय शब्द 2021’ शीर्षक के तहत ऐसे शब्दों और वाक्यों का नया संकलन तैयार किया है जिसमें जुमलाजीवी, बाल बुद्धि सांसद, शकुनी, जयचंद, लॉलीपॉप, चाण्डाल चौकड़ी, गुल खिलाए, तानाशाह, भ्रष्ट, ड्रामा, अक्षम, पिठ्ठू जैसे शब्द शामिल हैं।
नए भारत के लिए नया शब्दकोश: राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की शासन शैली का सही वर्णन करने वाले शब्दों को बोलने पर अब प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने ट्वीट किया, “नए भारत के लिए यह नया शब्दकोश है।”
मैं करूंगा इन शब्दों का इस्तेमाल: डेरेक ओब्रायन
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन ने ट्वीट किया, “संसद का सत्र कुछ दिनों में आरंभ होगा। यह पाबंदी लगाने वाला आदेश है। अब हमें संसद में अपनी बात रखते हुए… शर्मिंदा, विश्वासघात, भ्रष्ट, पाखंड, अक्षम आदि बुनियादी शब्दों का उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी। मैं इन शब्दों का इस्तेमाल करूंगा। लोकतंत्र के लिए लड़ना है।”
विवाद खड़ा होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि असंसदीय शब्दों के संकलन की ऐसी पुस्तिका जारी करना 1954 से नियमित प्रथा है और इसमें राज्य विधानसभाओं की कार्यवाही से हटाए गए शब्दों को भी शामिल किया जाता है। उन्होंने कहा कि किसी शब्द पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। सदस्य अपने विचार व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं, कोई भी उस अधिकार को नहीं छीन सकता है, लेकिन यह संसद की मर्यादा के अनुसार होना चाहिए।