शोध: डिस्पोजेबल कॉफी कप से पैदा होते माइक्रोप्लास्टिक कण

0
377

माइक्रोप्लास्टिक को लेकर हुए एक शोध से नया खुलासा हुआ है। डिस्पोजेबल कप और गिलास मानव शरीर में माइक्रोप्लास्टिक कण पहुँचाने का माध्यम हैं। पतली प्लास्टिक की परत आसानी से विघटित हो जाती है और आपके पेय पदार्थ में अरबों सूक्ष्म प्लास्टिक कण पहुँच जाते हैं।

ADVT

अमेरिका स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्टैंडर्ड एंड टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं द्वारा इन सूक्ष्म प्लास्टिक कणों के अध्यन के बाद पता चला कि जब प्लास्टिक उत्पादों को गर्म पानी के संपर्क में लाया जाता है, तो वे प्रति लीटर अरबों माइक्रोप्लास्टिक को पानी में छोड़ देते हैं।

एनआईएसटी शोधकर्ताओं ने अपने नतीजे वैज्ञानिक पत्रिका एनवायरमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी प्रकाशित में किए हैं। एनआईएसटी के रसायनशास्त्री क्रिस्टोफर जैंगमाइस्टर का कहना है कि यहां ख़ास बात यह है कि हम जहां भी देखते हैं वहां प्लास्टिक के कण होते हैं।

कप या गिलास को वाटरप्रूफ बनाने के लिए उसमें नाजुक लचीले प्लास्टिक लो डेंसिटी पॉलीथीन का पतला लेप लगा होता है। जब कप 100 डिग्री सेल्सियस तापमान के पानी के संपर्क में आता है तो प्रति लीटर खरबों की संख्या में नैनोपार्टिकल्स छोड़ता है। वैज्ञानिकों ने महासागरों और कई अन्य वातावरणों में इन बड़े प्लास्टिक से सूक्ष्म कण पाए हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here