उत्तर प्रदेश में अब बारिश के हालात बनते नज़र आ रहे हैं। अनुमान के मुताबिक़ अगले दो से तीन दिन में पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश होने की उम्मीद है। बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त नमी मिलने की स्थिति में लखनऊ और आस पास के जिलों में इसका असर दिखाई देगा।
उत्तर प्रदेश में बरसात की बड़ी ज़िम्मेदारी बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाएं निभाती हैं। पूर्व से पश्चिम की ओर चलने वाली इन हवाओं की मुख्य धारा वाला मार्ग ही सामान्य से लेकर भारी बारिश करता जाता है। ये मानसूनी धारा ट्रफ लाइन कहलाती है। जून के अंत में यहअपने मार्ग पर उत्तर प्रदेश की और कुछ करने के बावजूद यहाँ तक नहीं पहुँच सकी।
दरअसल उड़ीसा के दक्षिण और आन्ध्र प्रदेश के उत्तर में कम दबाव के क्षेत्र ने मानसूनी हवाओं को अपनी तरफ खींचना शुरू कर दिया। मौजूदा समय बारिश के हालात होने के बाद भी जो नमी और तापमान जरूरी होता है वह अपर्याप्त होने के कारण बारिश नहीं हो पा रही है।
कम दबाव वाले जिस क्षेत्र ने मानसूनी धारा की दिशा बदल दी थी अब वह कमजोर पड़ रहा है। समूचे प्रदेश के साथ उन राज्यों को भी राहत मिलेगी जहां अत्यधिक वर्षा हो रही है।