रूस के विदेश मंत्री लावरोव ने कहा कि अमेरिका को कोई करारा जवााब नहीं मिला है और इसीलिए वह इस तरह की हरकतें कर रहा है। लावरोव ने कहा कि अमेरिका ने जिस तरह की हरकत की है, वह चिढ़ाने वाली है।
ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच पैदा हुए तनाव के बीच रूस की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। रूस ने इस मसले में चीन का समर्थन किया है और अमेरिका पर आरोप लगाया है कि उसकी कार्रवाई चिढ़ाने वाली है। रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने कहा कि अमेरिकी संसद की स्पीकर नैन्सी पेलोसी का ताइवान दौरा चीन को चिढ़ाने वाला है। म्यांमार दौरे पर पहुंचे लावरोव ने कहा कि अमेरिका को कोई करारा जवााब नहीं मिला है और इसीलिए वह इस तरह की हरकतें कर रहा है। लावरोव ने कहा कि अमेरिका ने जिस तरह की हरकत की है, वह चीन को चिढ़ाने वाली है और विवाद को बढ़ावा देती है।
इससे पहले मंगलवार को भी रूस का रिएक्शन आया था और उसने अमेरिका की निंदा की थी। नैन्सी पेलोसी ने ऐसे वक्त में ताइवान का दौरा किया है, जब यूक्रेन और रूस की जंग के चलते वैश्विक तनाव चरम पर है। ऐसे मौके पर एक और मोर्चा खुलने का डर भी दुनिया को सता रहा है। हालांकि अब तक अमेरिका और चीन में से किसी ने भी पीछे हटने की बात नहीं की है। एक तरफ चीन ने लगातार अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा था कि ताइवान का दौरा करने के बुरे परिणाम हो सकते हैं। हालांकि नैन्सी पेलोसी और अमेरिका ने उसकी सभी घुड़कियों को नजरअंदाज कर दिया।
यही नहीं ताइवान पहुंचीं नैन्सी पेलोसी ने उलटे चीन पर हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि हम ताइवान का हर तरह से साथ देंगे और उसकी सुरक्षा के लिए तत्पर रहेंगे। यही नहीं नैन्सी पेलोसी ने कहा कि अभी अमेरिका से और भी लोग ताइवान का दौरा करेंगे। उनका यह बयान चीन को खुली चुनौती है, जो लगातार विरोध दर्ज करा रहा है। इस बीच चीन ने एक तरफ संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी सरकार के रवैये का विरोध किया है तो वहीं ताइवान की सीमा पर युद्धाभ्यास भी शुरू कर दिया है। वह 6 ठिकानों पर युद्धाभ्यास कर रहा है, जो ताइवान की सीमा से बेहद करीब हैं।