कानपुर: पीछे से छोडे़ गए भारी मात्रा में पानी की वजह से गुरुवार को गंगा का जलस्तर तेजी के बढ़ गया। पिछले 24 घंटे में जलस्तर में 53 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई, जिसके चलते गंगा का पानी शुक्लागंज के तटीय क्षेत्रों में घुस गया।
अगस्त के आखिरी सप्ताह से गंगा के जलस्तर में तेजी के साथ कमी आने लगी थी। सितंबर के शुरुआती तीन दिन में जलस्तर घटकर 110.5 मीटर तक पहुंच गया, लेकिन बारिश के बाद जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जाने लगी। बुधवार की सुबह आठ बजे शुक्लागंज में गंगा का जलस्तर 110.89 मीटर था जो गुरुवार को 111.42 मीटर तक पहुंच गया। यह जलस्तर शुक्लागंज में बाढ़ की चेतावनी बिंदु से 58 सेमी नीचे है। फिर भी अचानक बढ़ा पानी शुक्लागंज के तटीय क्षेत्र चंपापुरवा में कॉलोनी के भीतर घुस गया। इससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। बैराज खंड-2 के मुताबिक गंगा में अचानक बढ़े जलस्तर के पीछे नरौरा से छोड़ा जा रहा पानी है। नरौरा से 3 व 4 सितंबर को 1.14-1.14 लाख लीटर पानी छोड़ा गया। इसका ही असर गुरुवार को देखने को मिला। हालांकि शहर के लिए गंगा का चेतावनी बिंदु 113 मीटर है, इसलिए फिलहाल इसकी वजह से कोई चिंता की बात नहीं है।