साउथ इंडियन सिनेमा के टॉप 10 मिथक

0
400

आप साउथ इंडियन फिल्मों के शौकीन हैं। आप साउथ इंडियन फिल्मों की खबरों को फॉलो करते हैं। पर आपने कुछ ऐसी भी बातें सुनी होंगी, जिसपर आपको भरोसा करना मुश्किल हुआ होगा, पर साउथ इंडियन फिल्म के बारे में बात है, ये सोचकर आप भरोसा कर लेते होंगे। हम आपको बता रहे हैं ऐसी ही 10 बातों के बारे में, जिनसे आपका भी पाला कभी न कभी पड़ा ही होगा.

ADVT

साउथ के सभी हीरो की मूछे होती हैं: ये पूरी तरह से सच नहीं है। काफी हीरो ऐसे हैं, जो बिना मूछों के भी इंडस्ट्री पर धाक जमाए हुए हैं। ऐसे ही एक्टर्स में महेश बाबू, सुकुमार जैसों का नाम है।

सभी हीरोइन का वजन ज्यादा होता है: साउथ इंडियन फिल्मों के बारे में ये भी एक मिथ है कि सभी हीरोइनों का वजन ज्यादा होता है। इन फिल्मों में हीरोइने साइज जीरो नहीं होती। पर श्रिया सरन, इलियाना डी-क्रूज जैसी हीरोइनें भी तो इसी इंडस्ट्री का हिस्सा हैं।

साउथ इंडियन फिल्में सिर्फ मद्रासी फिल्में होती हैं: आपको भी लगता होगा कि साउथ इंडियन फिल्में सिर्फ तमिल फिल्में होती हैं। नहीं जनाब, साउथ की फिल्में सिर्फ तमिल फिल्में नहीं होती। बल्कि तेलुगु, कन्नड और मलयालम फिल्में भी साउथ में ही बनती हैं।

सिर्फ 1,2,3 कहने से काम नहीं चलता: जी हां, अगर आपको साउथ इंडियन लैंग्वुएज नहीं आती, तो भी आप वहां की इंडस्ट्री में काम कर सकते हैं। पर शर्त होती है कि जल्द ही आप स्थानीय भाषा-बोली में रंग जाएं। साथ ही आपको टूटी-फूटी ही सही, रिकॉर्डिंग के समय अपनी ही आवाज का इस्तेमाल करना होगा। हालांकि इसके बावजूद आवाज और होठों के चलने में थोड़ा बहुत अंतर तो आ ही जाता है।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here