इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने कहा कि वह बेनजीर भुट्टो हत्याकांड मामले में स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद अदालत में पेश होंगे। ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) सचिवालय से जारी बयान में मुशर्रफ ने कहा कि अदालत का हालिया फैसला उनके खिलाफ नहीं है। उनका मामला अभी भी अदालत में लंबित है। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक अमेरिकी पत्रकार मार्क सीगल के बयान को ‘निरर्थक’ बताते हुए मुशर्रफ ने कहा कि उनके वकीलों ने पहले ही इन टिप्पणियों का खंडन किया था।
सीगल ने 2015 में अपनी गवाही में दावा किया था कि मुशर्रफ ने भुट्टो को धमकी दी थी अगर वह निर्वासन के दौरान पाकिस्तान लौटने का निर्णय लेती हैं तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। मुशर्रफ ने कहा कि उसकी कानूनी टीम सम्पत्ति जब्त किए जाने के मुद्दे पर विचार कर रही है और वह और उनका परिवार परामर्श लेने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें गलत तरीके से राजनीति से प्रेरित होकर फंसाया जा रहा है।
इस सप्ताह के शुरू में आतंकवाद निरोधक अदालत ने बेनजीर भुट्टो हत्याकांड मामले में तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान के पांच संदिग्धों को बरी कर दिया था और दो पुलिस अधिकारियों को 17 साल की कैद की सजा सुनायी थी। मुशर्रफ के अलावा पांच अन्य लोग बैतुल्लाह मेहसूद, अहमद गुल, इकरामुल्लाह, अब्दुल्लाह और फैजुल्लाह को भगोड़ा घोषित किया गया था। यह मामला लगभग दस वर्ष से चल रहा है। इस मामले के दौरान 68 गवाहों को अभियोजन पक्ष की ओर से पेश किया किया और साक्ष्य प्रस्तुत किये गये। पुलिस ने अदालत के समक्ष तीन आरोप पत्र प्रस्तुत किए जबकि संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने पांच आरोप पत्र प्रस्तुत किए। इस मामले की सुनवाई के लिए आठ बार न्यायाधीशों को बदला गया।