चुनावी राज्य गुजरात और हिमाचल प्रदेश के अलावा आप कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान पर भी ध्यान लगा रही है। कर्नाटक के अलावा भाजपा इन सभी राज्यों में कांग्रेस की सीधी प्रतिद्विंदी है।
पंजाब और दिल्ली के बाद अन्य राज्यों में आम आदमी पार्टी (AAP) के बढ़ती सक्रियता से भारतीय जनता पार्टी (BJP) परेशान नजर आ रही है। खबर है कि भाजपा ने प्रदेश इकाइयों से रणनीति बनाने के लिए कहा है, जिसके जरिए आप को कांग्रेस के स्थान पर मुख्य विपक्षी दल बनने से रोका जा सके। हाल ही में पंजाब में प्रचंड जीत के बाद आप गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है। दोनों राज्यों में साल के अंत में चुनाव होने हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि सभी भाजपा इकाइयों से से कहा गया है कि आप को संगठन मजबूत करने नहीं दिया जाए। उन्होंने कहा, ‘राज्य इकाइयों से आप के ऐसे नेताओं को शामिल करने के लिए कहा गया है, जो बगैर किसी शर्त के भाजपा में आने के लिए तैयार हैं।’ खास बात है कि आप ने हिमाचल प्रदेश में आप को बड़ा झटका दिया था।
चुनावी राज्य गुजरात और हिमाचल प्रदेश के अलावा आप कर्नाटक, मध्य प्रदेश और राजस्थान पर भी ध्यान लगा रही है। कर्नाटक के अलावा भाजपा इन सभी राज्यों में कांग्रेस की सीधी प्रतिद्विंदी है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘गुजरात में हाल ही में अलग-अलग स्तर पर बैठें 500 से ज्यादा आप नेताओं ने भाजपा ज्वाइन की है। उत्तराखंड में आप के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और अन्य लोग भाजपा में शामिल हो गए। चुनावी राज्य हिमाचल प्रदेश और गुजरात या उत्तराखंड में आप के वरिष्ठ नेताओं को शामिल करने भाजपा ने पंजाब में जीत के बाद दूसरे राज्य विस्तार करने की योजना को झटका दिया है।’
खबर है कि राज्य इकाइयों से जमीनी हकीकत के आधार पर विशेष रणनीतियां तैयार करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा, ‘उदाहरण के लिे, आप की मुफ्त की घोषणाओं का सामना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास मॉडल से होगा। जब हिमाचल प्रदेश सरकार ने आप की मुफ्त की चीजों का सामना मौजूदा योजनाओं के फायदे को बढ़ाकर किया, गुजरात या मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार के कल्याणकारी कामों से इसे कमजोर किया।’
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी में केजरीवाल के असफल दिल्ली मॉडल पर हमले तेज करने के लिए कहा है। दिल्ली भाजपा ने आप सरकार के खिलाफ घर-घर पहुंचकर ‘पोल खोल’ अभियान शुरू किया है।