जीएसटी यानी गुड्स एंड सर्विस टैक्स (वस्तु एवं सेवा कर) मध्यरात्रि से देश भर (जम्मू-कश्मीर को छोड़कर) में लागू हो चुका है। इसके लागू होने के बाद अब लोगों की आम जिंदगी में काफी बदलाव आने वाला है। राजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाली चीजों के लिए अब लोगों को इन चीजों की काफी जरुरत पड़ेगी। आइए जीएसटी लागू होने के बाद जनता कि आम जिंदगी में क्या-क्या बदलाव आने वाला है। अब डेली यूज की चीजों में आपको 1 जुलाई से आधार कार्ड देना जरुरी होगा। पहले बात करते हैं इनकम टैक्स रिटर्न भरने वालों की, रिटर्न भरने से पहले आपको पैन से आधार को लिंक करवाना होगा।
वहीं पीएफ अकाउंट को भी आधार से लिंक करवाना होगा अन्यथा अकाउंट ऑपरेट नहीं किया जा सकेगा। पासपोर्ट बनवाने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। पैन कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड देना होगा। फ्री एलपीजी कनेक्शन, राशन कार्ड से सामान लेने, अटल पेंशन स्कीम, आशा स्कीम के लिए आधारा कार्ड देना जरुरी होगा। इनके अलावा दिव्यांग छात्रों के लिए बनी योजना का लाभ पाने, केंद्र से छात्रों को मिलने वाली स्कॉलरशिप और सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने वाले मिड डे मील के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है।
इसके साथ ही छोटी बचत पर ब्याज दर कम कर दी गई है। पीपीएफ पर 7.9 से ब्याज दर घटाकर 7.8 कर दी गई है। इसके साथ ही एनएससी और किसान विकास कई छोटी बचतों पर ब्याज दर एक प्रतिशत कम की गई है। जैसे केवीपी में पहले 7.6 ब्याज दर थी और अब इस दर को एक प्रतिशत घटाकर 7.5 कर दिया गया है। वहीं आज यानि कि 1 जुलाई से बैंकिग और बीमा महंगा कर दिया गया है। जीएसटी के लागू होने के बाद बैंकिग और बीमा पर अब 18 प्रतिशत टैक्स देना होगा जो कि पहले 15 प्रतिशत था। इसी तरह फोन का बिल , खाने का बिल और क्रेडिट कार्ड के बिल पर आपको ज्यादा खर्चा करना पड़ेगा।
अगर आप घूमने-फिरने का शौक रखते हैं तो अब आपको इसके लिए पहले से ज्यादा खर्चा करना पड़ेगा क्योंकि टूर एंड ट्रेवल पर भी अब ज्यादा टैक्स देना होगा। इसके अलावा ट्रेवलिंग में कुछ बदलाव किए गए हैं। जैसे कि ट्रेन में यात्रा करते समय आईडी के तौर आधार कार्ड का प्रिंट दिखा सकेंगे। इसी के साथ विदेश के लिए यात्रा करते समय आपको प्रस्थान कार्ड भरने से मुक्ति दी जा रही है।