बीएचयू परिसर और लंका में तोड़फोड़, आगजनी, पथराव, बम फेंकने और माहौल बिगाड़ने के आरोप में रविवार को एक हजार अज्ञात छात्र-छात्राओं के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। लंका से स्टेशन ऑफिसर, भेलूपुर के सीओ और एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट को परिसर से हटा लिया गया है।
बीएचयू प्रशासन की ओर से भी उपद्रवियों के खिलाफ लंका थाने में तहरीर दी गई है।वहीं, पत्रकारों पर लाठी चार्ज के मामले में आलोक पांडेय की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ लंका थाने में मारपीट और लूटपाट का मुकदमा दर्ज किया गया है।
समूचे घटनाक्रम को लेकर सात छात्र हिरासत में लिए गए हैं। भड़काऊ वीडियो और तस्वीरें शेयर करने के आरोप में फेसबुक पेज ‘बीएचयू बज’ के खिलाफ भी आईटी एक्ट के तहत लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
छेड़खानी के विरोध में बीएचयू गेट पर प्रदर्शन कर रही छात्राओं और उनके समर्थन में एकत्र छात्रों पर शनिवार की रात वीसी आवास और महिला महाविद्यालय के सामने प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों और फिर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।
इसके विरोध में छात्रों ने बिड़ला चौराहे से वीसी आवास और बीएचयू गेट तक पथराव किया था। इस दौरान छह बाइक, एक ट्रैक्टर और होर्डिंग फूंक दी थी। लंका चौराहा स्थित पुलिस पिकेट में आग लगा दी थी।
पथराव में 13 पुलिसकर्मी और इतने ही छात्र-छात्राओं को चोट आई। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा राउंड हवाई फायरिंग की। आंसू गैस के गोले छोड़े। किसी तरह रात ढाई बजे स्थिति नियंत्रित हुई।