योगी आदित्य नाथ सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को अपने मंत्रालय का कार्य संभालने में एक अजीब परेशानी का सामना करना पड़ा है जिसके बारे में जानकर आप शायद हैरान रह जाएं। यूपी सरकार में मंत्री के लिए हिंदी भाषा समझना काफी मुश्किल हो गया था। हालांकि इस समस्या का समाधान उन्होंने मोबाइल ऐप के जरिए ढूंढ लिया है। स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते सिद्धार्थ नाथ सिंह के लिए सरकारी दस्तावेज पढ़ना बेहद जरूरी होता है। ऐसे में कई बार उनको हिंदी के कुछ ऐसे शब्दों का सामना करना पड़ा जिन्हें भाषा का कोई विशेषज्ञ ही समझ सकता है। इस परेशानी से निपटने के लिए मंत्री जी ने मोबाइल का सहारा लिया और अपने स्मार्टफोन में हिंदी से अंग्रेजी अनुवाद की ऐप्लीकेशन डाउनलोड कर ली।
बता दें भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के बाद राज्य का सीएम योगी आदित्य नाथ को चुना गया था। वहीं उनकी सरकार में लगभग 40 से ज्यादा लोगों के पास विभिन्न मंत्रालयों का पद है। हाल ही में सभी मंत्रालयों को जनता के बीच अपनी पकड़ बनाए रखने और बातें पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया पर ऐक्टिव दिखने के निर्देश दिए गए थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी विभागों को एक सप्ताह के अंदर अपने-अपने विभाग का ट्विटर एकाउंट खोलने और उस पर आई समस्याओं का निस्तारण कर अपने विभाग के कार्यों के बारे में बताने के निर्देश दिये थे।
इसी महीने सूचना विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने एक विभागीय कार्यशाला में निर्देश दिये कि सभी सरकारी विभाग एक सप्ताह के अंदर अपना ट्विटर एकाउंट खोलेंगे। विभाग के इन ट्विटर एकाउंट से जनता की समस्याओं का समय से समाधान होगा और विभागों में आपस में सामंजस्य भी बनेगा। इसके साथ ही जनता सीधे सरकार से जुड़ सकेगी। गौरतलब है योगी आदित्यनाथ ने सूचना विभाग से कहा था कि वह केंद्र सरकार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश शासन के सभी विभागों को ट्विटर से जोड़ें।