भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के राजधानी दिल्ली स्थित आवास पर कैबिनेट विस्तार को लेकर बैठक चल रही है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रवेश को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कुछ सांसदों को शपथ पत्र दे दिए गए हैं और राष्ट्रपति भवन से शपथ ग्रहण का निमंत्रण भी भेजा जा चुका है।
दूसरी ओर भाजपा के सहयोगी दलों शिवसेना और जेडीयू को लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। यही हाल तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी AIADMK का भी है। सूत्रों के अनुसार तीनों दलों में से अभी किसी को भी कैबिनेट विस्तार के संबंध में कोई न्यौता नहीं भेजा गया है। जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो इस मुद्दे पर पूछने पर साफ कहा कि मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है।
वहीं शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का बयान भी लगभग नीतीश जैसा ही रहा, उन्होंने भी साफ कहा कि हमें कैबिनेट विस्तार के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई है, उद्धव के अनुसार हमें मीडिया से ही जानकारी मिली है कि केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार किया जा रहा है, सरकार की ओर से कोई सूचना अभी नहीं दी गई है। इससे पहले ये माना जा रहा था कि एनडीए की नई सहयोगी बनी नीतीश कुमार की जेडीयू से दो सांसदों को केंद्र में मंत्रीपद दिया जा सकता है। जबकि शिवसेना कोटे से राज्यसभा सांसद अनिल देसाई के मंत्री बनने की चर्चा थी। लेकिन खुद अनिल देसाई ने यह कहकर स्थिति स्पष्ट कर दी कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है।