जुलाई में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल पूरा हो रहा है और नए राष्ट्रपति का चुनाव होना है। चुनावी रणनीति को लेकर एनसीपी नेता शरद पवार के आवास पर 17 दलों के विपक्षी नेताओं की बैठक हो रही है।
जुलाई में देश नए राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए सभी की नजरें संभावित उम्मीदवारों के नामों पर टिकी हैं। भाजपा की ओर से अभीतक किसी का नाम सामने नहीं आया है मगर विपक्ष की ओर से अब तक चार नाम सामने आ चुके हैं। लेकिन इन सभी को लेकर अभी तक मायूसी ही मिली है। ऐसे में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा का एक ट्वीट ने राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मियों में इज़ाफ़ा कर गया है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेता सीताराम येचुरी एनसीपी नेता शरद पवार के आवास पर पहुंचे। इसके अलावा भाकपा नेता डी राजा भी शरद पवार के दिल्ली आवास पर पहुंच चुके हैं।
राजनीतिकजानकार का कहना है कि यशवंत सिन्हा का नाम दिया जाना एक रणनीतिक कदम हो सकता है। यशवंत सिन्हा अटल बिहारी सरकार में मंत्री रहे हैं। पिछले साल वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उनके सहारे विपक्ष पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेई और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीति के अंतर को उजागर करना चाहेगा।