Report & Photo – Rishu Singh
लखनऊ| आज दिन स्थिति यह है कि कहीं तकनीकी तो कहीं बो¨रग फेल होने के चलते हैंडपंप पानी की जगह हवा उगल रहे हैं। जिससे क्षेत्र के लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे क्षेत्र के लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अधिक दिक्कत राहगीरों को हो रही है। खराबी के चलते उन्हें होटलों पर जाकर अपनी प्यास बुझानी पड़ रही है। गांवों की स्थिति तो और भी बदतर हो गई है। लोग अपने संसाधनों के बल पर किसी तरह लोग प्यास बुझा रहे हैं। कहीं कहीं तो हैंडपंप जमीदोज तक हो गए हैं। गर्मियां आते ही जिले में पानी की समस्या आने लगती है। जिले में जगह जगह तालाब, हैंडपंप, कुएं सूखे पड़े हैं जिससे पीने के पानी की समस्या मनुष्यों के साथ साथ जानवरों को भी होती है| पीने के पानी की समस्या लगातार गहराती जा रही है। बिन पानी लोग बेहाल हो रहे है। बूंद बूंद पानी के लिए लोगों को कड़ी मशक्कत करना पड़ रहा है। अधिकारी भी पानी की समस्या को लेकर कागजी घोड़ा दौड़ा रहे है लेकिन समस्या गंभीर होने के बजाए कम नहीं हो रही है। गर्मी अभी शुरु हुई है, लेकिन देशी हैंडपंपों के झटके शुरू हो गये हैं। पानी के लिए लाइनें भी लगने लगी हैं, ऐसे में मई से जून के बीच क्या होगा, इसकी सहज कल्पना की जा सकती है। जिले में पानी की समस्या कोई नयी बात नहीं है।