मुख्यमंत्री ने मनरेगा कर्मियों के मानदेय में वृद्धि की घोषणा की

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महिला मनरेगा संविदा कर्मियों को मिलेगा 180 दिन का मातृत्व अवकाश

मुख्यमंत्री ने मनरेगा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कर्मियों को किया सम्मानित

लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य के पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास विभाग द्वारा कोरोना कालखण्ड में ऐसे अनेक कदम उठाए गए जो देश व दुनिया के लिए मिसाल बने हैं। इन कार्यों से ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों का जीवन एवं जीविका बचाने में काफ ी सहायता मिली। कोरोना काल में प्रदेश में वापस आने वाले कामगारों एवं श्रमिकों को मनरेगा में समायोजित करते हुए रोजगार उपलब्ध कराया गया। ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से 52 लाख महिलाओं को आर्थिक स्वावलम्बन से जोड़ा गया। 58 हजार ग्राम पंचायतों में बैंकिंग कॉरेस्पॉण्डेंट सखी की व्यवस्था लागू कर ग्रामीण क्षेत्र में बैंकिंग सेवा सुलभ कराने के साथ ही, महिला सशक्तीकरण की प्रदेश सरकार की मंशा को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाया गया। ग्रामीण स्तर पर ग्राम सचिवालय बनाकर समाज के अंतिम पायदान के व्यक्ति को शासन की योजनाओं से लाभान्वित कराने की सराहनीय पहल की गयी है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पूर्व, उन्होंने मनरेगा योजना पर केन्द्रित एक
प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। उन्होंने कहा कि मनरेगा कर्मियों ने अपने परिश्रम और पुरुषार्थ से ग्रामीण विकास को नयी ऊंचाइयों की ओर अग्रसर करने में
उल्लेखनीय योगदान दिया है। उन्होंने मनरेगा कर्मियों के मानदेय में वृद्धि की घोषणा करते हुए कहा कि इसी प्रकार कर्मियों द्वारा मेहनत से कार्य करने पर शासन स्वत: लाभान्वित करने पर विचार करता है। मनरेगा कर्मी मन लगाकर कार्य करते रहेंगे तो उनके मानदेय में वृद्धि होती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ग्राम रोजगार सेवकों की संख्या 35,246 है। वर्तमान में इन्हें 6,780 रुपए मानदेय प्राप्त हो रहा है। इसे बढ़ाकर 10,000 रुपए करने का निर्णय लिया गया है। तकनीकी सहायकों की संख्या 4,122 है। वर्तमान में इनका मानदेय 12,656 रुपये है, जिसे बढ़ाकर 15,656 रुपये किया जा रहा है। 574 कम्प्यूटर ऑपरेटरों का मानदेय 12,656 रुपये से बढ़ाकर 15,156 रुपये, 567 अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारियों का मानदेय 31,640 रुपये से बढ़ाकर 34,140 रुपये 441 लेखा सहायकों का मानदेय 12,656 रुपये से बढ़ाकर 15,156 रुपये 02 ऑपरेशन सहायकों का मानदेय 15,820 रुपये से बढ़ाकर 18,320 रुपयेए 13 हेल्पलाइन एक्जीक्यूटिव्स का मानदेय 158,20 रुपये से बढ़ाकर 18,320, 07 चतुर्थ श्रेणी कर्मियों का मानदेय 7,910 रुपये से बढ़ाकर 9,000 रुपये, 564 ब्लॉक सोशल ऑडिट को.ऑर्डिनेटर्स का मानदेय 11,600 रुपये से बढ़ाकर 14,100 रुपये तथा 46 डिस्ट्रिक्ट सोशल ऑडिट को.ऑर्डिनेटर्स का मानदेय 17,400 रुपये से बढ़ाकर 19,900 रुपये किए जाने का निर्णय लिया गया है। मनरेगा कर्मियों का बढ़ा हुआ मानदेय माह अक्टूबरए 2021 से लागू होगा।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय भी लिया गया है कि मनरेगा कर्मियों के जॉब चार्ट में ग्राम्य विकास विभाग के कतिपय अन्य कार्यों को भी जोड़ा जाएगा। ग्राम रोजगार सेवक की सेवा समाप्ति के पूर्व उपायुक्त, मनरेगा की सहमति आवश्यक होगी। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की भांति मनरेगा कर्मियों के लिए एचआर पॉलिसी एक माह के अन्दर लायी जायेगी, जिसमें वर्ष में 24 दिन के आकस्मिक अवकाश एवं वर्ष में 12 दिन के चिकित्सा अवकाश की व्यवस्था होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मनरेगा कर्मियों के हित में अनेक कदम उठाए हैं। वर्ष 2020 में 35,518 ग्राम सेवकों के कई वर्ष के बकाया भुगतान के लिए 225 करोड़ रुपये स्वीकृत कर भुगतान कराया गया। अप्रैल 2020 में मनरेगा संविदा कर्मियों का मानदेय का भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में करने की व्यवस्था की गयी। समस्त महिला मनरेगा संविदा कर्मियों को 180 दिन का मातृत्व अवकाश दिए जाने की भी व्यवस्था लागू की गयी है। ग्राम पंचायत के नगर पंचायत क्षेत्र में आ जाने पर रोजगार सेवकों का समायोजन जनपद की रिक्त ग्राम पंचायतों में किए जाने की व्यवस्था की गयी है। अब तक 415 से अधिक का समायोजन कर दिया गया है। शेष कर्मियों का भी समय सीमा में समायोजन किया जाएगा। कोरोना महामारी के दौरान कोरोना संक्रमण से मृत कर्मियों के आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर समायोजित किया जा रहा है। अब तक 15 लोगों को नियोजित किया गया है। परिवार के व्यक्ति के ग्राम प्रधान निर्वाचित
होने पर रोजगार सेवक की सेवाएं समाप्त नहीं की जाएंगी, बल्कि अन्य ग्राम पंचायतों में उनका समायोजन किया जाएगा। इसी प्रकार महिला मनरेगा कर्मी का विवाह होने पर समायोजन की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मनरेगा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कर्मियों को सम्मानित किया। मनरेगा में एक वर्ष में 100 दिन का रोजगार प्राप्त करने वाले कामगार रामबालक ग्राम पंचायत मिर्जापुर, विकास खण्ड देवमई, जनपद फ तेहपुर तथा छांगूर ग्राम पंचायत जटौरा, विकास खण्ड जरवल, जनपद बहराइच, उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिला मेट कौशल्या देवी ग्राम पंचायत सुपाचुआ, विकास खण्ड म्योरपुर जनपद सोनभद्र, एक ग्राम पंचायत में सर्वाधिक मानव दिवस सृजन हेतु ग्राम रोजगार सेवक संजीव कुमार ग्राम पंचायत जुगैल, जनपद सोनभद्र, नेशनल मोबाइल मॉनीटरिंग सिस्टम में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए ग्राम रोजगार सेवक धर्मेन्द्र रजक ग्राम पंचायत बंगरा, विकास खण्ड नदीगांवए जनपद जालौन, विकास खण्ड स्तर पर सर्वाधिक मानव दिवस सृजन एवं व्यय हेतु विकास खण्ड मौदहा हमीरपुर, जनपद स्तर पर सर्वाधिक मानव दिवस सृजन एवं व्यय हेतु जनपद सीतापुर तथा राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु नरेगा राज्य प्रकोष्ठ को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान मनरेगा पर आधारित एक फिल्म भी प्रदर्शित की गयी।
इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, आयुक्त ग्राम्य विकास अवधेश कुमार तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में मनरेगा कर्मी उपस्थित थे।

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