श्रीनगर,[राज्य ब्यूरो ]। सुरक्षाबलों ने अपने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए शनिवार को पुलवामा में लश्कर-ए-ताईबा के आतंकी वसीम शाह को उसके एक अन्य साथी संग मार गिराया। वसीम के जिंदा अथवा मुर्दा पकड़े जाने पर 10 लाख का ईनाम था। वह गत वर्ष मारे गए आतंकी बुरहान वानी के गुट में भी रहा है।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह पुलिस को अपने तंत्र से पता चला कि वर्ष 2014 से सक्रिय लश्कर कमांडर वसीम शाह अपने साथियों संग लित्तर, पुलवामा में देखा गया है। उसी समय पुलिस के विशेष अभियान दल एसओजी के जवानों ने सेना की आरआर व सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया।
सुरक्षाबलों ने अपने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए शनिवार को पुलवामा में लश्कर-ए-ताईबा के आतंकी वसीम शाह को उसके एक अन्य साथी संग मार गिराया। वसीम के जिंदा अथवा मुर्दा पकड़े जाने पर 10 लाख का ईनाम था। वह गत वर्ष मारे गए आतंकी बुरहान वानी के गुट में भी रहा है।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह पुलिस को अपने तंत्र से पता चला कि वर्ष 2014 से सक्रिय लश्कर कमांडर वसीम शाह अपने साथियों संग लित्तर, पुलवामा में देखा गया है। उसी समय पुलिस के विशेष अभियान दल एसओजी के जवानों ने सेना की आरआर व सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया।
जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देख आतंकियों ने उन पर अपने स्वचालित हथियारों से फायरिंग कर दी और भागने लगे। लेकिन जवानों ने त्वरित कार्रवाई कर उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया औरआतंकियों को वापस अपने ठिकाने में लौटना पड़ा। जवानों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण के लिए बार बार चेतावनी दी। लेकिन वह फायरिंग करते रहे।
आतंकियों को सरेंडर न करते देख जवानों ने भी जवाबी फायर तेज कर दिया और करीब एक घंटे की मुठभेड़ में दोनों आतंकियों केा मार गिराया। मारे गए आतंकियों की पहचान वसीम शाह निवासी हेफ शोपियां और हाफिज निसार के रुप में हुई है। मुठभेड़स्थल से एक एके-47 राइफल, एक एके-56 राईफल और छह मैगजीन व अन्य साजो सामान मिला है।